आज के समय में ज्यादातर लोग अपने शरीर की समस्याओं को लेकर काफी परेशान रहते हैं, क्योंकि आजकल कोई भी व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ नहीं है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं कुछ लोगों की समस्या का समाधान हो जाता है, लेकिन कुछ लोग अपने शरीर से हमेशा परेशान रहते हैं, वे अपनी समस्या को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास भी करते हैं, लेकिन, कोई सफल समाधान नहीं मिलता है। इन समस्याओं को हल करने के लिए सरकार द्वारा कई संस्थाएं बनाई जाती हैं, जिनमें से एक है WHO संगठन, जिसके माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है और साथ ही लोगों को कई सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। आज हम बात करेंगे WHO क्या होता है,WHO का फुल फॉर्म क्या होता है, WHO को हिंदी में क्या कहते हैं ,इसके बारे में हम आपको संपूर्ण जानकारी देंगे।
WHO का फुल फॉर्म
WHO का फुल फॉर्म “World Health Organization” है, और इसे हिंदी में “विश्व स्वास्थ्य संगठन” कहा जाता है। यह एक प्रकार का संगठन है, जिसके माध्यम से लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया जाता है। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखना है। लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए इस संस्था की शुरुआत की गई थी। इस संस्था से जुड़ने वाले देश के प्रत्येक नागरिक को सुविधा प्रदान की जाती है।
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WHO क्या होता है?
WHO एक ऐसी संस्था है जो पूरी दुनिया को स्वास्थ्य से जुड़ी सही जानकारी उपलब्ध कराती है, कहें कि इसे किसने बनाया है ताकि यह पूरी दुनिया के लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखे और जब भी कोई नई बीमारी या कोई बड़ी समस्या आए। यदि रोग फैलने लगे तो यह व्यक्ति का काम है कि इसकी दवा न होने के बाद भी लोगों का यह कर्तव्य है कि वे इस बीमारी से बचने के उपाय बताएं और लोगों को बीमारी से बचाएं।
इसका उदाहरण है कोरोनावायरस
कोरोना वायरस के दौर में आपने सुना होगा कि कोरोना वायरस की न तो कोई वैक्सीन आई थी और न ही कोई दवा, फिर भी लॉकडाउन क्यों लगाया गया और लोग परहेज क्यों करने गए क्योंकि यह सब जानकारी w.h.o. यह सारी जानकारी हमें कोरोना वायरस से बचने के लिए w.h.o. के माध्यम से दी जाती है। ऐसा ही है कि अगर कोई बड़ी बीमारी आती है तो उसे तुरंत पहचान कर उस बीमारी से बचने के लिए सचेत कर देते हैं, उसी तरह कोरोना वायरस की तरह पहले भी कई खतरनाक बीमारियां आ चुकी हैं और उन्हें खत्म करने का फैसला डब्ल्यूएचओ ने किया है. इसके लिए बड़े कदम उठाए गए हैं और खुद WHO ने काफी मेहनत की है।
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समय-समय पर डब्ल्यूएचओ द्वारा कैंप लगाकर हर शहर के हर गांव में सभी बीमारियों के प्रति लोगों को सचेत किया जाता है और उनका इलाज भी किया जाता है। WHO का काम है लोगों को स्वस्थ रखना और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना, इसलिए WHO की सफाई ने कई कदम उठाए हैं और लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत काम किया है।
पोलियो, मलेरिया, टाइफाइड, टीवी और अन्य बड़ी बीमारियों जैसे प्रमुख रोगों में इन्हें खत्म करने में आपका बहुत बड़ा योगदान है।
WHO ने लोगों को इन बीमारियों को खत्म करने के लिए और हमें स्वस्थ रखने के लिए यानि टीकाकरण के लिए टीका लगाया और बच्चों का भी बहुत ख्याल रखता है w.h.o. WHO बच्चों का भी खास ख्याल रखता है, किसी भी बच्चे को कोई बीमारी न हो या किसी बीमारी का खतरा न हो, इसलिए WHO पहले से ही टीके तैयार कर लेता है ताकि भविष्य में बच्चों को कोई बीमारी होने वाली हो तो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे. प्रणाली लड़ सकती है और उस बीमारी को बच्चों के शरीर पर हावी नहीं होने देती जैसे बीसीजी का टीका लगाया जाता है और पोलियो का भी टीका लगाया जाता है आदि।
डब्लूएचओ WHO संस्था की स्थापना
डब्ल्यूएचओ संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी। इस संस्था की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दुनिया के लोगों के स्वास्थ्य के स्तर को ऊपर उठाना है, ताकि युवाओं में लोगों को अधिक समस्याओं का सामना न करना पड़े। वहीं, WHO का मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा शहर में स्थित है। इसके अलावा इथियोपिया के डॉक्टर टेड्रोस एड्रेनोम घेब्रेयसस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
उन्हें डॉ. मार्गरेट चान के स्थान पर नियुक्त किया गया है, जो पांच-पांच साल यानी दस साल के दो कार्यकाल के बाद इस पद से सेवानिवृत्त हुई हैं। इसके अलावा भारत देश विश्व स्वास्थ्य संगठन का सदस्य देश भी बन गया है, जिसका भारतीय मुख्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है।
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WHO संस्था से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी
23 जून 1851 को एक अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसके बाद 1851 से 1938 तक 14 सम्मेलनों का आयोजन किया गया, जिसमें कई बीमारियों, मुख्य रूप से हैजा, पीला बुखार और बुबोनिक प्लेग से निपटने के लिए काम किया गया था। इन सम्मेलनों के सफल होने के बाद, पैन-अमेरिकन सेनेटरी ब्यूरो और ऑफिस इंटरनेशनल डी’हिगन पब्लिक की स्थापना 1902 और 1907 में हुई, इसके तुरंत बाद। इसके बाद 1920 में जब राष्ट्र संघ का गठन हुआ तो उन्होंने राष्ट्र संघ के स्वास्थ्य संगठन की स्थापना की। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने फिर से डब्ल्यूएचओ संगठन बनाया।
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