आपको बता दें कि सीपीयू CPU कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है ऐसे बहुत से सवाल है जो अक्सर लोगों के दिमाग में आते हैं और उन्हें परेशान करते हैं कि सीपीयू CPU कैसे काम करता है ,सीपीयू CPU क्या होता है. CPU कंप्यूटर में क्यों लगाया जाता है इत्यादि के बारे में आपको इसके बारे में जरूर बताएंगे।
यह user के द्वारा दिए गए सभी instructions को handle करता है, और यह CPU के capacity के ऊपर है की वो कितनी जल्दी और किस हिसाब से उन instructions को process करता है. जितनी जल्दी वो कर सके उसे उतना ही बेहतर या efficient CPU कहा जाता है. चलिए सीपीयू के बारे में कुछ जानकारी लेते है.
आप सभी जानते हैं कि समय के अनुसार नई नई टेक्नोलॉजी और एडवांस होती जा रही हैं जिससे कि हमें ज्यादा से ज्यादा कंपलेक्स प्रोसेस को और फास्ट बनाने के लिए सीपीयू CPU को और फास्ट करने की जरूरत पड़ रही है ,जो कि इन Complex calculation को आसान कर सकें साथ ही साथ प्रोसेस को हैंडल भी करके इस चीज को हम मल्टीटास्किंग भी कहते हैं.
आपने देखा होगा कि जब भी आप से लैपटॉप या कंप्यूटर खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले आप उस दुकानदार से उसके बारे में पूछते हैं कि जैसे कि 64 bit quad core Intel i7, या i5 इत्यादि. यदि आप computer के field से नहीं है तब आपको इससे कुछ भी समझ में नहीं आएगा.
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हर 6 महीने में बाजार में नए प्रोसेसर वाला सीपीयू CPU आपको देखने को मिल जाएगा, यदि नई यूजर हैं आपके लिए कठिन होता है कि कौन सा प्रोसेसर प्रोसेसर वाला सीपीयू CPU कंप्यूटर लेन जिससे कि है. आपके हिसाब से बेहतर साबित हो सके ऐसे में अगर आपको बेसिक काम ही करना है तो हम आपको ज्यादा एडवांस CPU लेने की कोई भी जरूरत नहीं है। क्योंकि ऐसे कामों के लिए आप नॉर्मल सीपीयू CPU भी ले सकते हैं और अपने ज्यादा पैसे को खर्च करना नहीं पड़ेगा लेकिन सही जानकारी ना होने के कारण ही लोग हमेशा दुकानदारों के बहकावे में आ जाते हैं और ज्यादा कीमत वाला CPU खरीद लेते हैं। इसलिए आज हम सीपीयू के बारे में ही कुछ जरूरी बातें बताएंगे.
What is CPU in Hindi
आपको बता दें कि CPU का फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता Central Processing Unit है. यह एक छोटा सा पीस का हार्डवेयर होता है जो कि कंप्यूटर प्रोग्राम के सभी कामों को करता है. यह कंप्यूटर सिस्टम के सभी इंपॉर्टेंट arithmetical, logical, और input/output operations को handle करता है.
सीपीयू CPU इस तरह से बनाए जाते हैं कि अरबों की मात्रा में सूक्ष्म ट्रांजिस्टर microscopic transistors को एक ही कंप्यूटर चिप में रखा जा सके। जिनकी जरुरत programs को run करने के लिए किया जाता है जो की system के memory में store होते हैं.
CPU को इसलिए कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है क्योंकि यह सभी instruction चाहे वह कितना भी सिंपल क्यों ना हो सभी को CPU के माध्यम से ही जाना होता है। उदाहरण के लिए आपको कोई अल्फाबेट टाइप करते हैं, जैसे ही एल तब यह स्क्रीन में अपीयर होता है इसकी रेट में अपील होने में सीपीयू CPU का हाथ होता है इसी कारण स्थिति को सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट Central Processing Unit के नाम से जाना जाता है, शॉर्ट फॉर्म में प्रोसेसर भी कहा जाता है इसलिए जब आपको इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में कोई डिवाइस का टेक्निकल स्पेसिफिकेशन technical specification देख रहे होते हैं तो वहां पर जो प्रोसेसर होता है वही सीपीयू CPU होता है.
जब हम सीपीयू के अलग-अलग प्रकार के बारे में बात करते हैं तो तब हमारा तात्पर्य उसके पेट से रहती है जैसे कि वह कितनी जल्दी सभी फंक्शन को कंप्लीट करता है हमें अपने काम करने के लिए स्पीड की जरूरत होती है जितनी जल्दी हमारे काम की स्पीड तेज होगी उतनी जल्दी हमारा काम जल्दी होगा और आसानी से हो सकेगा.
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CPU को हिंदी में क्या कहा जाता है ?
CPU को हिंदी में केंद्रीय प्रचालन तंत्र या केंद्रीय प्रसंस्करण इकाई कहा जाता है.
सीपीयू CPU के कार्य
CPU को कंप्यूटर का दिमाग माना जाता है।
CPU सभी प्रकार के डेटा प्रोसेसिंग ऑपरेशन करता है।
ये data, intermediate results, और instructions (program) को store करता है.
इसके साथ ये computer के सभी parts के प्राय सभी operations को control करता है.
Fetch
जैसा कि शब्द से पता चलता है, इसमें निर्देश instruction प्राप्त होता है। इस निर्देश instruction का अर्थ है संख्याओं की श्रृंखला जो RAM से CPU तक जाती है। प्रत्येक निर्देश instruction एक ऑपरेशन का एक छोटा सा हिस्सा है, इसलिए सीपीयू को पता होना चाहिए कि आगे कौन सा निर्देश instruction आ रहा है। वर्तमान निर्देश instruction पता प्रोग्राम काउंटर (पीसी) द्वारा रखा जाता है।
फिर पीसी और निर्देशों instruction को निर्देश रजिस्टर (आईआर) में रखा जाता है। उसके बाद पीसी की लंबाई बढ़ा दी जाती है ताकि इसे अगले निर्देश instruction के पते पर संदर्भित किया जा सके।
Decode
एक बार जब निर्देश instruction प्राप्त हो जाता है और IR में फिर CPU उस instruction को pass कर देती है .एक ऐसी circuit में जिसे की instruction decoder कहते हैं. ये फिर उस instruction को convert करती है signals में जो की बाद में pass किया जाता है दुसरे CPU के parts के द्वारा आगे के action के लिए.
Execute
यह अंतिम चरण है, जिसमें डीकोड किए गए निर्देश instruction सीपीयू के संबंधित भागों को पूरा करने के लिए भेजे जाते हैं। परिणाम तब अक्सर सीपीयू रजिस्टर में लिखे जाते हैं, जहां उन्हें बाद में निर्देशों instruction द्वारा संदर्भित किया जा सकता है। यहां आप उन्हें अपने कैलकुलेटर के मेमोरी फ़ंक्शन के रूप में समझ सकते हैं।
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