आज हम बताएंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence कैसे काम करता है इस को हिंदी में क्या कहते हैं यह कैसे कैसे काम को आसानी से कर सकता है इसके बारे में हम विस्तार पूर्वक आपको बताएंगे।
आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमता कहते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence को शॉर्ट फॉर्म में हम लोग AI भी बोलते हैं ,अगर आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है पता तो हम आपको इसके बारे में बताएंगे, आपको बता दें कि सबसे पहले कंप्यूटर 1822 में बनाया गया था जो कि चार्ल्स बैबेज आ के द्वारा मनाया गया था। इंसान तरकी करते गया करते-करते आज इतना Develop हो गया है. कि आज से दो चार साल पहले उम्मीद तक नहीं थी.रोज हम इंसान AI का प्रयोग ज्यादा मात्रा में कर रहे है एक लत सा लग गया है| अब तो ऐसा लगता है Artificial Intelligence के बिना हम इंसान अधूरा सा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता Artificial Intelligence क्या होता है?
आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence एक ऐसी मशीन है जो अपना काम खुद कर सके उस मशीन को किसी कमांड की जरूरत ना हो जैसे इंसान करते हैं ,इंसानों जैसे सोचने की क्षमता इंसानों जैसा समझने की सेंसिविटी इंसानों जैसे घर किसी चीज को महसूस करने की क्षमता इत्यादि एक artificial intelligence में होती है ,इस तरीके की खूबी अगर मशीन में आ जाए तो हमें artificial intelligence कहते हैं अगर सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence का मतलब हिंदी में बताया जाए, तो आर्टिफिशियल का मतलब है “कृत्रिम” यानी कि आदमी के द्वारा बनाया हुआ और इंटेलिजेंस का मतलब है “बुधिमत्ता” यानी कि सोचने की शक्ति रखने वाला जैसे कि रोबोट ऑटो ड्राइवर कार ट्रांसपोर्टेशन इत्यादि।
आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा समय लेशन है जिससे कि मशीनों का इंसानी इंटेलिजेंस दिया जाता है यू कहे तो उनके दिमाग इतना विकसित किया जाता है कि वह इंसान की तरह सोच सके और काम कर सके.
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कृत्रिम बुद्धि को बनाने के लिए क्या इस्तेमाल किया जाता है?
लर्निंग मशीन
आपको बता दें कि मशीनों में दिमाग डाला जाता है ऐसा उस दिमाग में इंफॉर्मेशन फीट की जाती है और उन्हें कुछ रोल सिखाए जाते हैं जिससे कि वह रूस को फॉलो कर के दिए हुए काम को आसानी से कर सके.
रिजनिंग
मशीन को पढ़ाया जाता है कि वह बनाए गए रूल्स का पालन करते हुए जो काम दिया गया है उसे काम को पूरा कर सकें।
Self-Correction
जॉन मैकार्थी ने खुद को सही करने के लिए सबसे पहले दुनिया को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बताया। वह एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक थे, जिन्होंने पहली बार 1956 में द डार्टमाउथ सम्मेलन में इस तकनीक के बारे में बताया था।
Future of Artificial Intelligence (कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भविष्य )
आपको बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence एक ऐसी इंटेलिजेंस है. जो अपने आप कंप्यूटर में इंसानों जैसे दिमाग आ जाए तो इसे हम कहेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बहुत से टाइप के होते हैं ,बहुत सारे ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence हैं।
जिनमें हम बहुत पहले से यूज करते आ रहे हैं और बहुत सारे फ्यूचर में आएंगी। जिस दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial Intelligence का यूज बड़े पैमाने पर होना शुरू हो जाएगा उस दिन पूरी दुनिया से भुखमरी जैसी स्थिति आ जाएगी लोग बेरोजगार हो जाएंगे। क्योंकि Artificial Intelligence सारे काम खुद करने लगेंगे ऐसे में लोग जॉब्लेस हो जाएंगे। लेकिन सबसे बड़ा फायदा इससे बड़ी बड़ी कंपनियों का होगा कंपनियों का टाइम बचेगा और पैसा भी जिससे हम कम समय से ज्यादा काम निकाल पाएंगे, और पैसे भी कम खर्च होंगे हम उम्मीद करते हैं,कि ऐसी स्थिति कभी ना आए.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता का दर्शन (Philosophy of Artificial Intelligence)
आपको बता दें कि जब कंप्यूटर को बनाया गया था तो उस समय का बहुत बड़ा अविष्कारक माना जाता था धीरे-धीरे कंप्यूटर और भी स्मार्ट होता गया तब उनके दिमाग में यह बात आई कि क्यों ना हम कंप्यूटर मशीन को इंसान जैसा बनाए और इसी तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत हुई जिसका केवल एक ही उद्देश्य था कि एक ऐसी इंटेलिजेंट मशीन बनाई जाए जो इंसानों की तरह ही काम कर सके और सोच सके.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार – Types of Artificial Intelligence
Artificial Intelligence 3 प्रकार के होते
1. Weak AI (कमजोर कृत्रिम बुद्धिमत्ता) :- आपको बता दें कि Weak AI की तो हम इसको Artificial Narrow Intelligenceकहते हैं क्योंकि Weak AI कुछ इस तरह के इंटेलिजेंस है जो केवल एक स्पेसिफिक डिवाइस में ही अच्छे से काम कर सकते हैं। जैसे कि कंप्यूटर में चेस गेम खेलें यह तो उसमें यह उपयोग किया जाता है.
2. शक्तिशाली कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Strong AI) :-मनुष्य जैसे दिमाग मनुष्य जैसा दिमाग किसी चीज में नहीं होता मनुष्य का दिमाग बहुत ही कॉम्प्लिकेटेड होता है मनुष्य के पास सोचने की क्षमता ,किसी चीज को देखने कर उसे अनुभव करने की क्षमता, काम करने की क्षमता इत्यादि बहुत ज्यादा होती है आपको बता दें कि इंसान जैसा दिमाग मशीनों में शायद ही कभी आ सके यदि हम इस मशीनों में इंसान जैसा दिमाग कुछ हद तक डाल दे तो उसे हम स्ट्रांग इंटेलिजेंस कहेंगे हम आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस के नाम से भी इसे जानते हैं.
3. विलक्षणता (Singularity) :- फिलहाल यह अभी बाजार में नहीं आई है, उम्मीद है कि यह 2040-2090 तक आ जाएगी। ऐसे रोबोट देखने को मिलेंगे जिनकी बुद्धि का स्तर इंसान के बराबर होगा। विलक्षणता के साथ हम मशीनों को काफी हद तक मानव बनाया जाना चाहिए। लेकिन अब ऐसा कुछ भी संभव नहीं है।
हमें विश्वास है कि आप हमारी पोस्ट को पढ़कर अब समझ गए होंगे कि कृत्रिम बुद्धिमता क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी हमने आपको दी है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस artificial intelligence को हिंदी में क्या कहते हैं. यह कैसे काम करती है। इत्यादि के बारे में आपको हमने पूरा बताया है अगर आपका कुछ भी डाउट है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं और आपको यह पोस्ट अगर पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।