आज हम आपको बताएंगे एस एम पी एस SMPS का फुल फॉर्म क्या होता है, इसे हिंदी में क्या कहते हैं अगर आपको नहीं पता तो हम आपको इसके बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे।
आज के समय में अधिकतर कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें हम कंप्यूटर के माध्यम से आसानी से पूरा कर सकते हैं इसी तरह के कुछ कामों को घर से करने के लिए कंप्यूटर खरीदे हैं ,वहीं बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो कंप्यूटर से ही अपनी नौकरी करते हैं, क्योंकि आज के समय में कंप्यूटर से कई नौकरी लोगों को प्रदान की जाती हैं इसलिए लोग कंप्यूटर खरीदने का प्रयास करते हैं यह लोगों के पास कंप्यूटर अधिक समय से है या फिर उसे अधिक कुछ ही समय चलाते हुए हैं और अपना कंप्यूटर किसी कारणवश खराब हो जाता है। तो उसे सही करवाने के लिए आप किसी कंप्यूटर में कहने के पास जाते हैं और मैकेनिक आपको जानकारी देता है कि आप कंप्यूटर में एसएमपीएस SMPS खराब हो गया है क्योंकि इसका इस्तेमाल खासतौर पर कंप्यूटर में किया जाता है, इसके अलावा इसका इस्तेमाल टीवी ,फ्रीज़ डीटीएच में किया जाता है इसलिए यदि आपको के विषय के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं पता है तो आज हम आपको इसके बारे में बताने वाले हैं.
एस.एम.पी.एस SMPS क्या है?
आपको बता दें कि एमपी का इंग्लिश में फुल फॉर्म स्विच मॉड पावर सप्लाई “Switch Mode Power Supply” होता है और इसका हिंदी में अर्थ स्विच मोड बिजली की आपूर्ति होता है। आपको बता दें कि SMPS पावर कनेक्टर होता है जो कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में प्रयोग किया जाता है ,आपने देखा होगा कि जब हमारे घरों में वोल्टेज कम या ज्यादा होती है। तो हमारे घरों में लगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे टीवी, फ्रिज ,ट्यूबलाइट कंप्यूटर आदि में खराब होने का खतरा होता है तो उसकी सुरक्षा के लिए एक एसएमपीएस SMPS डिवाइस का उपयोग किया जाता है बिजली के वोल्टेज को इस उतार-चढ़ाव को “प्लक्चुएशन” भी कहा जाता है.
एसएमपीएस (SMPS) का क्या मतलब है ?
एसएमपीएस SMPS का मतलब एक बॉक्स है जिसमें कई डाल दिए होते हैं और साथ में ही उस बॉक्स के अंदर एक छोटा सा पंखा भी दिया होता है बॉक्स जैसा दिखाई देने वाला SMPS का इस्तेमाल कंप्यूटर ,फ्रिज ,डीटीएच में मुख्य रूप से किया जाता है। यह सभी 220 से 240 वोल्ट वोल्टेज पर काम करती है, वहीं यदि सीधे कंप्यूटर बोर्ड को 240 की सप्लाई दी जाए तो उसे जलने में अधिक समय नहीं लगता और उसका बोर्ड खराब हो जाएगा ,तभी इसके लिए एक सिस्टम तैयार किया गया है जिससे 220 या 240 साल की सप्लाई देने के बाद में उसका कोई वोल्टेज में डिवाइड करके अलग-अलग पार्ट में भेजने का काम किया जा सके इस इस प्रक्रिया को हम कहते हैं.
आपको बता दें कि SMPS में जितनी भी तार होती हैं वह अलग-अलग वोल्टेज हमारे मदरबोर्ड को मुहैया कराने का काम करती हैं जैसे कि इसके अंदर इस्तेमाल होने वाले पंखे को यह तारा अलग से पावर देती है, इसके साथ ही एसएमपीएस SMPS जिसको हम स्विच मोड पावर सप्लाई कहते हैं या फिर जो इनपुट हमें एसी वोल्टेज देती है उसको यह डीसी वोल्टेज में बदलकर आउटपुट देने का काम करती है जो कि एसएमपीएस SMPS के अंदर लगे हुए कैपेसिटर और रेगुलेटर की मदद से आउटपुट प्राप्त होता है.
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एसएमपीएस (SMPS) कैसे काम करता है ?
बता दें कि जब इनपुट सप्लाई की जाती है तब है वोल्टेज सबसे पहले एसी फिल्टर के पास जाती है। जिसमें कैपेसिटर का इस्तेमाल किया जाता है जोकि आउटपुट वोल्टेज का को फ़िल्टरर करता है और इसके बाद में इसको एक रेक्टिफायर के पास भेज दिया जाता है इसके बाद यह एसी वोल्टेज को डीसी वोल्टेज में बदलकर करने का काम करता है।
फिर बाद में एक और फिल्टर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे यह एक Smooth DC देने में मदद करता है इस आउटपुट को एक स्विचिंग रजिस्टर पर दिया जाता है जिसमें दो एनपीएन NPN ट्रांजिस्टर लगे होते हैं और इसके स्विचिंग चार्ज साइकिल के बाद में एक ऐसी आउटपुट में बदल दिया जाता है इस पूरी प्रक्रिया को एसएम ट्रांसफार्मर SM transformer कहते हैं.
आपको बता दें कि यह पूरी प्रक्रिया जोकि एसी को डीसी में बदलकर दोबारा ऐसी में हो जाती है जो एक फिल्ट्रेशन सिस्टम है ,इसके बाद में रिक्वायरमेंट के मुताबिक अलग-अलग वोल्टेज निकाल दी जाती है. जैसे कि 12 वोल्ट 6 वोट और 3 वोट इस तरह की प्राइमरी वोल्टेज देने के बाद सेकेंडरी आउटपुट देना चालू कर देती है.
SMPS के प्रकार
1. DC से DC Converter
2. Forward Converter
3. Flyback Converter
4. Self-Oscillating Flyback Converter
SMPS का आविष्कार किसने किया
आपको बता दें कि Hewlett Packard ने SMPS सर्किट का आविष्कार किया था। हेवलेट पैकार्ड | 1972 में किया गया था और हेवलेट पैकार्ड ने अपने पहले पॉकेट कैलकुलेटर में एक स्विचिंग बिजली की आपूर्ति का उपयोग किया था, 1976 में दायर स्विच मोड पावर सप्लाई (SMPS) का उपयोग करने वाले पहले पेटेंट में पहला पेटेंट देखा गया था।
और एचपी का कैलकुलेटर वास्तव में एक कंप्यूटर था और हालांकि यह आज जो हम जानते हैं उससे थोड़ा अलग प्रारूप में है। उसके बाद मूल डिजाइन का वजन 40lbs से अधिक था। हेवलेट पैकार्ड ने आशा सर्किट का आविष्कार करके पूरी दुनिया को बदल दिया।
उन्होंने एक ऐसा परिपथ बनाया जो अधिक power को कम power में परिवर्तित कर सके अर्थात alternating curren को direct current में परिवर्तित कर सके, आज भी यह circuit प्रत्येक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में मौजूद है।
SMPS और एडॉप्टर में क्या अंतर है
आपको बता दें कि इन दोनों एडॉप्टर में | यानी लीनियर पावर सप्लाई और एसएमपीएस में मुख्य अंतर यह है कि लीनियर पावर सप्लाई एसी के हाई वोल्टेज को पहले लो वोल्टेज एसी में कन्वर्ट करती है। और फिर सुधार प्रक्रिया होती है और फिर इसके विपरीत एसएमपीएस पहले एसी सिग्नल को डीसी सिग्नल में परिवर्तित करता है और फिर वोल्टेज सिग्नल को नीचे ले जाता है और यही इन दोनों के बीच का अंतर है।
आज हमने आपको बताया कि एसएमपीएस SMPS क्या होता है यह कैसे काम करता है इसके क्या फायदे हैं, इसकी फुल फॉर्म क्या है यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो ,तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.