जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है यहां पर प्रशासन का संचालन करने के लिए कार्यप्रणाली को तीन स्तर में बांटा गया है। प्रथम स्तर पर केंद्र सरकार इसके द्वारा पूरे भारत के सर पर कार्य किए जाते हैं। दूसरे स्तर पर राज्य सरकार है इसके द्वारा राज्य की सीमाओं के अंदर कार्य किए जाते हैं. तीसरे स्तर पर पंचायत और नगरपालिका जाती हैं इनके द्वारा स्थानीय स्तर पर कार्य किया जाता है. दूसरे स्तर पर राज्य सरकार का गठन विधानसभा के द्वारा किया जाता है जिसके जिसमें बहुत सारे नेता वगैरा आते हैं. आज हम बात करेंगे एमएलए MLA क्या होता है ,एमएलए MLA की फुल फॉर्म क्या होती है। इसके बारे में आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे तो चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.
एमएलए MLA का फुल फॉर्म
एमएलए का फुल फॉर्म होता है“Member of Legislative Assembly”. हिंदी में इसे “विधान सभा सदस्य” कहते हैं. विधानसभा सदस्य को एक निश्चित निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं के द्वारा चुना जाता है. विधानसभा सदस्य को विधायक कहा जाता है, अंग्रेजी में इन्हें एमएलए MLA कहते हैं। एक विधानसभा में कई विधायक होते हैं इन्हीं विधायकों में से एक विधायक को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाता है.
MLA का मतलब क्या होता है
विधानसभा सदस्य को एमएलए MLA कहा जाता है. भारत के हर एक राज्य में अलग-अलग समय में प्रत्येक 5 वर्ष में विधानसभा चुनाव किए जाते हैं. जनसंख्या के आधार पर प्रत्येक राज्य को अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्र में विभाजित किया गया है. प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक व्यक्ति को चुना जाता है. निर्वाचन क्षेत्र से चुने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की संख्या निश्चित नहीं होती है। लेकिन इनमें से जीत केवल एक व्यक्ति की होती है. एक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलए की योगिता रखने वाले व्यक्ति को लोगों द्वारा चुनाव लड़ा जा सकता है. यह आवश्यक नहीं है कि चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार किसी राजनीतिक दल से संबंध रखता हो बिना दल के व्यक्ति भी चुनाव लड़ सकता है। बिना दल के उम्मीदवार को स्वतंत्र उम्मीदवार याद निर्दलीय उम्मीदवार कहते हैं। चुनाव में जो उम्मीदवार जीत दर्ज करता है.
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MLA बनाने की योग्यता
वह व्यक्ति भारत का नागरिक हो , जो व्यक्ति विधानसभा चुनाव assembly elections में भाग लेना चाहता है. उसकी आयु 25 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए उम्मीदवार को उस राज्य में किसी भी चुनाव क्षेत्र का मतदाता होना आवश्यक है. उम्मीदवार को मानसिक mentally रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है.
एमएलए MLA का क्या कार्य है
आपको बता दें कि एक एमएलए MLA के द्वारा लोगों की शिकायतों को सुनेने कार्य होता है। एमएलए MLA के द्वारा लोगों की इच्छा को राज्य सरकार government तक पहुंचाया जाता है. एक विधायक के द्वारा अपने क्षेत्र के लोगों के साथ सीधा जुड़ा होता है। वह सरकार government द्वारा प्रदान की गई सभी सुविधाओं का लाभ प्राप्त करता है. उसके द्वारा सरकारी योजना government scheme का लाभ अपने क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक प्रदान करने का प्रयास किया जाता है. वह अपने क्षेत्र के मुद्दे को विधानसभा assembly में उठाता है. उसे अपने निर्वाचन क्षेत्र को विकसित करने के लिए स्थानीय क्षेत्र विकास फंड का सही उपयोग करना होता है, वह अपने क्षेत्र का विकास करने के लिए उत्तरदाई responsible होता है.
MLA की अवधि
आपको बता दें कि एक एमएलए MLA की समय अवधि 5 वर्ष की होती है। विधानसभाLegislative Assembly का कार्यकाल समाप्त होने के साथ साथ ही एमएलए MLA का कार्यकाल भी समाप्त हो जाता है। विधानसभा Legislative Assembly का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है, परंतु मुख्यमंत्री के अनुरोध पर राज्यपाल द्वारा उसे पहले भी भंग किया जा सकता है। आपातकाल के समय विधानसभा का कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है, लेकिन एक बार में 6 महीने से अधिक नहीं बढ़ा जा सकता।
MLA को प्राप्त होने वाली Facilities
एक विधायक MLA को गवर्नमेंट government के द्वारा बहुत सी सुविधाएं दी जाती हैं। यह सुविधाएं प्रत्येक राज्य में अलग-अलग होती हैं. आपको बता दें कि तेलंगाना Telangana राज्य में विधायक को प्रतिमाह लगभग ढाई लाख 2.5 lakhs per month का वेतन salary दिया जाता है. वही उत्तर प्रदेश में है यह वेतन salary लगभग ₹200000 है. इसके अतिरिक्त इन्हें चिकित्सा की सुविधा, डीजल की सुविधा, सरकारी आवास की सुविधा ,सरकारी गाड़ी की सुविधा इत्यादि दिए जाती है. 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर विधायक को लगभग ₹30000 प्रति माह की पेंशन दी जाती है. इसके अतिरिक्त इन्हें रेलवे की यात्रा चिकित्सा की सुविधा इत्यादि पूरी आयु फ्री में दी जाती है.
MLA कैसे बनते हैं?
विधायक MLA बनने के लिए व्यक्ति को विधानसभा assembly में चुनाव में भाग लेना होता है। इसके लिए उसे यह राजनीतिक दल से जुड़ना होता है. किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े रहना आवश्यक नहीं है. आप निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं चुनाव लड़ने के लिए आप की जनता के बीच अच्छी पकड़ होनी चाहिए। अच्छी पकड़ होने के बाद ही आप अपनी जीत दर्ज कर सकते हैं नहीं तो आप विरोधियों द्वारा हार भी सकते हैं. आपने यदि पहले से ही अपने क्षेत्र में विकास के कार्य का कार्य किए होंगे तो जनता आपके ऊपर विश्वास करेगी, और आपको ही चुनाव में जीत आएगी इस तरह आप एक अच्छे विधायक बन सकते हैं.
एमएलए के चुनाव की प्रक्रिया
चुनाव वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल की समाप्ति के बाद होता है यह आमतौर पर 5 साल के बाद होता है। प्रत्येक राज्य सरकार जनसंख्या के आधार पर विभिन्न निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव कराती है इन क्षेत्रों में उम्मीदवारों की आयु 18 वर्ष होने पर ही उन्हें वोट का अधिकार होता है.
जब तक उनमें से प्रत्येक मापदंड को आप पूरा नहीं करते हैं तब तक कोई भी उम्मीदवार एक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव के लिए खड़ा हो सकता है।
उम्मीदवार राजनीतिक दल से संबंध भी हो सकता है या वह स्वतंत्र भी हो सकता है उम्मीदवार को अपनी योजनाओं और अपने निर्वाचन क्षेत्र की चिंताओं को दूर कर के खुद के लिए रैली करना आवश्यक है.
मतदान एक गुप्त मतदान द्वारा किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केवल वह मतदाता जानता है कि इसके लिए उसे मतदान किया है.