जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आजकल का युवा पढ़ लिख कर एक अच्छा सफल आदमी बनना चाहता है। वह चाहता है कि वह आगे चलकर एक के सफल आदमी बन जाए ताकि वह अपने मां-बाप का नाम रोशन कर सकें प्रत्येक व्यक्ति का जीवन में सपना होता है कि वह कड़ी मेहनत करके कुछ अच्छा बन जाए कुछ लोग जीवन में डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो कुछ लोग इंजीनियर बनना चाहते हैं. तो कुछ लोग आईएएस IAS ऑफिसर बनना चाहते हैं.
वह आईएस IAS बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। इसके उनके चारों तरफ इससे उनका नाम चारों तरफ रोशन होगा अधिकतर लोग आईएएस IAS बनना चाहते हैं, लेकिन एक आईएएस IAS अफसर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है. आप केवल हार्ड वर्क करके ही वह पहुंच सकते हैं। आज हम आपको आईएएस IAS की फुल फॉर्म के बारे में बताएंगे, इसका मतलब क्या होता है, इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे तो चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.
आईएएस IAS का फुल फॉर्म
आपको बता दें कि आईएएस IAS का फुल फॉर्म इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस Indian Administrative Service होता है. हिंदी में इसे भारतीय प्रशासनिक सेवा के नाम से जाना जाता है. हमारे देश का सबसे ऊंचा पद होता है। यह सभी पदों भारत की टॉप जॉब में से एक जॉब होती है. यह प्रशासनिक सिविल सर्विस है जो भारत सरकार द्वारा प्राप्त होती है. आईएएस IAS एग्जाम को इंडिया में होने वाले सभी एग्जाम में से जो टॉप निकलता है उसे आईएएस IAS का पद मिलता। है इस एग्जाम का स्तर बहुत ही ऊंचा होता है. इसके लिए उच्च स्तर की तैयारी करने की आवश्यकता होती है। यह एग्जाम यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन Union Public Service Commission, के द्वारा किया जाता है इस परीक्षा में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को काफी मेहनत करने की आवश्यकता पड़ती है.
आईएएस का क्या मतलब होता है
आपको बता दें कि IAS का मतलब भारतीय प्रशासनिक सेवा के नाम से जाना जाता है. भारतीय समाज में IAS को सबसे सम्मानित पद माना जाता है। यह आईएएस IAS अफसर भारत सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। आईएएस IAS बनने के लिए इसकी परीक्षा में उत्तीर्ण होना बहुत ही आवश्यक है. आईएएस IAS की परीक्षा भारत में होने वाले सबसे कठिन परीक्षा में से एक है। यह अन्य परीक्षाओं की तुलना में बहुत ही अलग परीक्षा होती है. यह भारत की सबसे बड़ी सरकारी नौकरी मानी जाती है. वह डिपार्टमेंट चाहे पुलिस डिपार्टमेंट डिपार्टमेंट सभी इसके द्वारा ही निर्देशित किए जाते हैं केंद्र सरकार में सभी मंत्रालय के सेक्रेटरी अधिकारी ही होते हैं केंद्र सरकार के अधीन बचाए को भी मंत्रालय हो या सर्विस अंग्रेजों द्वारा बनाई गई है।
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आईएएस IAS ऑफिसर का क्या काम होता है
आपको बता दें कि आईएएस अफसर का काम अपने क्षेत्र में गवर्नमेंट पॉलिसी को लागू करवाना होता है ,यह काम एसडीएम ,डीएम और डिपार्टमेंटल कमिश्नर के रूप में कार्य करके उनकी पॉलिसी को लागू करवाना होता है। इनके द्वारा पब्लिक और गवर्नमेंट के बीच सुलह करवाने वाला व्यक्ति के रूप में यह काम करते हैं। यह सरकार के आदेशा अनुसार जनता को लाभ पहुंचाने का कार्य करते हैं इनके द्वारा हर कार्य को संचालित किया जाता है. आईएएस ऑफिसर की नियुक्ति को भारतीय गजट के रूप में भी माना जाता है. एक आईएएस ऑफिसर को केवल राज्य सरकार ही सस्पेंड कर सकती है बस सरकार उसे उसके पद से कभी हटा नहीं सकती।
आईएएस IAS ऑफिसर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
आईएएस अफसर बनना चाहते हैं तो आपको भारत का नागरिक होना बहुत ही जरूरी है विद्यार्थी को साइंस और कॉमर्स में से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन होना बहुत ही जरूरी है. ग्रेजुएशन में प्राप्त होने वाले अंकों को किसी भी प्रकार से कोई भी बाध्य नहीं कर सकता। इसमें केवल आपको ग्रेजुएशनमें पास होना है अनिवार्य है। जिसके बाद से आप आईएस की तैयारी कर सकते हैं और आईएस का फॉर्म निकलने पर उसे फील करके आईएएस का एग्जाम दे सकते हैं.
आयु सीमा (AGE LIMIT)
आपको बता दें कि यदि आप आईएएस ऑफिसर IAS officer बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको आयु का भी पता होना अनिवार्य है। यदि आप जनरल कैटेगरी के छात्र हैं तो उसके लिए 21 वर्ष से 32 वर्ष के बीच आपका होना बहुत ही जरूरी है जनरल कैटेगरी के लिए छात्र सिर्फ 6 बार ही आईएएस IAS officer परीक्षा दे सकते हैं.
अन्य पिछड़े वर्गों की छात्र की आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच होने चाहिए इसके छात्र को केवल 9 बार परीक्षा में भाग लेने का अवसर दिया जाता है.
अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए आयु 21 वर्ष से 37 वर्ष के बीच होनी चाहिए इस वर्ग के छात्रों का आईएएस की परीक्षा में बैठने के लिए अवसरों का निर्धारण नहीं किया गया है।
परीक्षा पैटर्न (EXAM PATTERN)
आपको बता दें कि आईएएस की परीक्षा के लिए इसे तीन भागों में बांट दिया गया है आप नीचे देख कर समझ सकते हैं
प्रारंभिक परीक्षा
मुख्य परीक्षा
साक्षात्कार
प्रारंभिक परीक्षा (PRELIMINARY EXAM)
प्रारंभिक परीक्षा (PRELIMINARY EXAM) में दो पेपरों का आयोजन किया जाता है दोनों पेपर 200 मार्क्स के होते हैं। इन दोनों में ही बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाते हैं इस परीक्षा का आयोजन जुलाई-अगस्त में किया जाता है यदि आप इस परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो आपको अगली परीक्षा में बैठने का अवसर मिल जाता है.
मुख्य परीक्षा (MAIN EXAM)
इस परीक्षा में 9 पेपर होते हैं इस परीक्षा को दिसंबर जनवरी में आयोजित किया जाता है इस परीक्षा का स्तर थोड़ा मुश्किल होता है. यह परीक्षा प्रश्न उत्तरीय पर आयोजित होती है यदि कोई स्टूडेंट इस परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ सफल हो जाता है तो उन्हें आगे इंटरव्यू के लिए अवसर प्रदान किया जाता है.
साक्षात्कार (INTERVIEW)
मुख्य परीक्षा में सफल होने के बाद विद्यार्थी को इंटरव्यू के लिए बोला जाता है इसमें चयन समिति के द्वारा इंटरव्यू लिया जाता है. इसमें विद्यार्थी की योगिता की जांच की जाती है उसके अंदर कितना दिमाग है। यह उस इंटरव्यू में चाचा जाता है इसमें सफल होने के बाद ही छात्र का चयन कर लिया जाता है.