जानिए जैसा कि आप सभी जानते हैं बढ़ती उम्र के साथ लोगों को तरह-तरह के रोग होना स्टार्ट हो जाते हैं लेकिन आजकल बच्चों को भी कई प्रकार के रोग छोटी उम्र में हो जा रहे हैं जिसकी वजह से वह बहुत परेशान होते हैं आज हम आपको बताने वाले हैं यदि आपके पैर में भी झनझनाहट होती है तो उसकी समस्या क्या है इसको आप कैसे ठीक कर सकते हैं इसके बारे में मैं आपको विस्तार पूर्वक बता नहीं आने वाले हैं तो चलिए आपको बताते हैं.
झनझनाहट क्या होती है ?
जैसा कि आप सभी जानते हैं अक्सर लोगों के पैरों हाथों में झनझनाहट होने लगती है जैसे कि मानो कोई सुई क्यों चुभ रहा हो इसे डॉक्टर के अनुसार पैरेस्थेसिया नाम दिया गया है इस समस्या के अंतर्गत हाथ और पैरों में कभी भी कोई भी अंग सुन पड़ जाता है और तेज झनझनाहट होती है चाहे वह पैर हो उंगली हो हाथ हो या शरीर का कोई भी अंग हो इसे हम झनझनाहट कहते हैं.
शरीर में झनझनाहट क्यों होती है
आपको बता दें यदि आप एक स्थिति में लंबे वक्त तक बैठे हैं खड़े हैं तो आपको झनझनाहट हो सकती है उस टाइम आप की नसों पर दबाव पड़ने के कारण आपके पैरों और हाथों में झनझनाहट की समस्या हो सकती है.
नसों में किसी प्रकार की चोट से भी गर्दन या कमर में चोट लगने से भी आपके हाथ पैरों में झनझनाहट हो सकती है रीड की हड्डी की नस पर दबाव पड़ने से भी आपके हाथ पैरों में झनझनाहट हो सकती है.
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संक्रमण के कारण भी आपको यह झनझनाहट महसूस हो सकती है शरीर में कैल्शियम पोटेशियम की मात्रा कम होने कारण भी आपके शरीर में झनझनाहट हो सकती है.
खास तरह की दवाई के कारण भी आपके शरीर में झनझनाहट महसूस हो सकती है। शराब का सेवन के कारण आपको झनझनाहट होती है.
कुछ अन्य कारणों के कारण भी आपको झनझनाहट महसूस हो सकती है जैसे कि आपको डायबिटीज की समस्या हो, माइग्रेन की समस्या हो ,मिर्गी की समस्या हो थायराइड से जुड़ी समस्या हो तो आपको झनझनाहट महसूस हो सकती है यह सभी कारण है झनझनाहट के
हाथ और पैरों में होने वाली झनझनाहट को दूर करने के लिए घरेलू उपाय
1. लैवंडर एसेंशियल ऑयल
आपको लैवेंडर तेल की 8 -10 बूंदे लेनी है एक चौथाई कप बदाम का तेल लेना है इन दोनों को मिक्स करके एक तेल बनाना है अब इन दोनों से हाथ और पैरों की मालिश करनी है आपको बता दें कि लैवंडर तेल पैरों में झनझनाहट के घरेलू उपचार के जरिए आप कुछ आराम पा सकते हैं.
2. सेब के सिरके का प्रयोग
इसके लिए आपको एक या दो चम्मच सेब का सिरका लेना है एक पतीले में गुनगुना पानी डालें अब सेब के सिरके को गुनगुने पानी में डालकर उसे अच्छा से उबाल लें अब इस पानी को अपने जिस अंग में आपको झनझनाहट महसूस हो रही है उसको आप उस पानी रखें।
ऐसा करने से आपके प्रभावित अंको आराम मिलेगा डॉक्टर के अनुसार माना जाए तो सेब के सिरके में झुनझुनी से राहत दिलाने के लिए इसमें एक एंजाइम पाया जाता है जो कि आपके दर्द सूजन ऐठन जैसी समस्या को खत्म करने में मदद करता है.
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3. पैरों की करें गर्म सेंक
इसके लिए आपको एक गर्म एक गर्म पानी का बैग लेना है उसके अंदर आपको आवश्यकतानुसार पानी डालना है अब इस हीटिंग बैंक में गर्म पानी डालकर उसका ढक्कन बंद कर दे फिर से प्रभावित वाले जगह पर लगाएं ऐसा करने से आपको हाथों पैरों में होने वाले झनझनाहट से राहत मिलेगी पैरों की सेंक करने से आपको पहले में हो रहे झुनझुनी से राहत मिलेगी कभी-कभी शरीर के अंग में सही तरह से ब्लड फ्लो ना होने के कारण भी आ सकती है ऐसे में गर्म पानी डालने से आपके हाथ पैरों में रक्त संचार बढ़ेगा और आप राहत मिलेगी।
4. सेंधा नमक
आपको बता दें कि इसके लिए आपको एक कप सेंधा नमक लेना है उसके अनुसार आपको एक मग पानी लेना है अब इस पानी में सेंधा नमक मिलाकर एक टब में डाल दें अब इस पानी में करीब 20 से 30 मिनट तक अपने उसन को रखें जिसमें आप को झनझनाहट महसूस हो रही हो तो आप चाहे तो इस पानी को गुनगुना भी कर सकते हैं। जिससे आपको और बेहतरीन फायदे मिल सकते हैं शरीर में झुनझुनी होना कम करना चाहते हैं तो सेंधा नमक के फायदे देख सकते हैं यह मांसपेशियों को आराम देने का काम करती है ,साथ में इसमें एंटी गुण पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने और रोगों से बचाने के लिए लाभकारी होते हैं. कभी-कभी नहाने के पानी में भी सेना नमक का उपयोग करके शरीर की मांसपेशियों और नसों को आराम पहुंचाने में मददगार होती है सेंधा नमक यदि आपको झनझनाहट होती है तो आपको इसका उपयोग जरूर करना चाहिए.
हाथ पैरों में झनझनाहट होने पर कब लेनी चाहिए डॉक्टर की सलाह
यदि आपके पैर में ज्यादा झनझनाहट हो रही है और आपके हाथ पैर हिलने में कमी महसूस हो रही है तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
यदि हाथ पैर की करने पर आपका नियंत्रण नहीं रख पा रहे हैं तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं. माल्या मूत्र त्याग के समय नियंत्रण ना रहने पर भी आप डॉक्टर का सलाह ले सकते हैं.
बोलने में असुविधा देखने में परेशानी है चलने में कठिनाई हो रही हो तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। सिर चकराना मांसपेशियों में ऐंठन होना आदि पर आप डॉक्टर की सलाह लेकर इसका इलाज करवा सकते हैं.
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