आपको बता दें जिससे कि भारत सरकार कंपनी में काम कर रहे लोगों के लिए ईपीएफ EPF की सुविधा देती है यह योजना भारत सरकार द्वारा चलाई गई है इसको द्वारा सरकार की निगरानी में चलती है इसमें जमा होने वाले पैसे सुरक्षित रहते हैं तथा सरकार की तरफ से ब्याज भी मिलता रहता है इस तरह से ईपीएफ अकाउंट सेविंग के लिए बहुत अच्छा स्कीम है. EPF अकाउंट क्या होता है ईपीएफ EPF अकाउंट में ब्याज दरें कैसे मिलती हैं इसके बारे में मैं आपको बताने जा रहे हैं तो चलिए उसका आपको बारे में बताते हैं.
ईपीएफ़ EPF खाता क्या है
यह ईपीएफ़ EPF खाता आमतौर पर रिटायरमेंट सेविंग स्कीम कहलाती है जिसके अंतर्गत जो लोग वेतन प्राप्त करते हैं वह सब लोग इसका फायदा उठा सकते हैं उनके इस स्कीम के तहत सरकार उन्हें उनकी सेविंग पर ब्याज भी देती है कई कंपनियां इसकी सुविधाएं देती हैं यह दो तरह की होती है नंबर वन एम्लोयी प्रोविडेंट फण्ड Employee Provident Fund और एम्प्लोयी पेंशन स्कीम Employee Pension Scheme आपको प्राइवेट फंड में ही अपना अकाउंट खुलवाना चाहिए सभी अपना पीएफ की कटौती के लिए अप्लाई कर सकता है नियोक्ता और कर्मचारी employer and employee दोनों 12%दोनों 12 % की बेसिक वेज प्रोविडेंट एंड फण्ड अकाउंट के लिए देते हैं इस तरह पीएफ का दर प्रति महीने 24% हो जाती है.
Also Read: URL ka Full From Kya Hai? What is the Full Form of URL?
इपीएफ लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
यदि आप इपीएफ स्कीम का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले कर्मचारी को मेंबर्स प्राइवेट फंड का सदस्य बनना पड़ता है इसके लिए जिस दिन से कर्मचारी किसी कंपनी में कार्य संभाल रहा है उसी दिन से वह ईपीएफ के मेंबर शिप को लायक हो जाता है इसी के साथ में पेंशन और इंश्योरेंस के लिए भी अप्लाई कर सकता है. किसी भी ऐसी कंपनी में जिसमें कम से कम 20 आदमी कार्य करते हैं ऐसी संस्था को पीएफ और ईएसआई देनी पड़ती है।
ईपीएफ के क्या है लाभ
आपको बता दें कि आपको सबसे पहले मुक्त कमाई करने को मिलेगी पीएफ अकाउंट में जमा होने वाले पैसे पूरी तरह से मुक्त होते हैं जमा होने के साथ ही जमा किए गए पैसे को मैच्योरिटी के बाद निकालने पर भी किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है इसलिए एक तरह के मुक्त हुआ।
लंबी अवधि के लिए सेविंग यदि आप ईपीएफ में पैसा लंबे समय तक जमा करते हैं तो आपको एक अच्छा खासा ब्याज दर लगाकर अच्छी इनकम मिलेगी जब तक हमारी नौकरी कर रहा है इस तरह की सहायता में एक लंबे समय तक निश्चित रूप से पैसा जमा किया जा सकता है इससे एक समय के बाद अच्छा पैसा मिलता है। पेंशन इस एक्ट के तहत रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को मिलेगी।
आर्थिक सुरक्षा इस अकाउंट में जमा किए गए उनको आसानी से नहीं निकाला जा सकता इसमें जमा किए गए सुरक्षित रहते हैं हालांकि किसी आपात काल में पैसा निकाला जा सकता है कारणों पर निर्भर करती है.
ईपीएफ EPF पर ब्याज दरें
आज के समय में ईपीएफ epf पर 8.65 प्रतिशत का ब्याज दर है प्रति वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च के बीच एक ब्याज दर लागू रहती है आपको बता दें कि यदि किसी वजह से ईपीएफ epf अकाउंट बंद हो जाता है तो ब्याज दर दर प्राप्त नहीं होगी यह प्यार में जमा किए गए पैसे पर कर्मचारी को पूरी तरह टैक्स मुक्त ब्याज मिलता है जब वो पैसों पर ब्याज दर के अनुसार ब्याज जमा हो जाता है.
Also Read: OCR ka Full Form Kya Hai? What is the Full Form of OCR?
अपने पीएफ के अकाउंट से कैसे निकाले पैसे
यदि आप पैसे निकालना चाहते हैं तो आपके पास यूएन नंबर होना बहुत जरूरी है उसके बिना पैसा नहीं निकाल सकते क्योंकि यूएन नंबर एक्टिवेट के बाद आप लॉगइन आईडी पासवर्ड बनाकर अपने अकाउंट में लॉगिन होते हैं उसके बाद ही पैसा निकालने का प्रोसेस चालू होता है.
ऑनलाइन कैसे ट्रांसफर करें अपना अकाउंट
यदि आप ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको ईपीएफ के ऑफिशल अकाउंट ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा वहां आपको अपनी यूजर नेम और आईडी पासवर्ड डालना होगा उसके बाद ऑनलाइन ट्रांसफर कॉलम के पोर्टल पर क्लिक करना है।
इसके बाद ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए यह फॉर्म भरे इस इस फॉर्म में अपना नाम ट्रांसफर करने का एप्लीकेशन पर क्लिक करें इसके बाद form-13 के सभी भागों को ध्यान से फील के बाद पिन प्राप्त करके डिक्लेरेशन कर दे। जब रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए हुए पिन कोड डालकर फॉर्म सबमिट करते हैं तो आपका ऑनलाइन ट्रांसफर की रिक्वेस्ट चली जाती है इसके बाद एक प्रिंट लेकर अपने ऑफिसर से अटेस्टेड करवा ले एक बार आपका भी सर उसे अटेस्टेड कर देगा तो आपके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर फंड दूसरे अकाउंट में हो जाएगा
EPF केवाईसी अपडेट
आपको सबसे पहले इपीएफ के मैन वेबसाइट पर जाना होगा वहां आपको यूएएन नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगइन होना है उसके बाद आपको नया पेज खुलेगा जिसमें मैंने इस सेक्शन दिखेगा dropdown-menu में आपको केवाईसी का ऑप्शन दिखेगा। जिसमें आपको पैन आधार और बैंक के दस्तावेजों आदि के नंबर और नाम दर्ज करने होंगे दर्ज करने के बाद इसे सेव करें और पेंडिंग kyc दिखेगा जब तक दूसरी तरफ से वेरीफाई नहीं हो जाता इस तरह आप अपनी केवाईसी अपडेट कर सकते हैं.
आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसे लगी आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप इसलिए तो अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं जिन्हें पीएफ के बारे में नहीं पता है वह भी आसानी से या पोस्ट पढ़कर जान सकते हैं.
Also Read: MLA ka Full Form Kya Hota Hai? What is the Full Form of MLA?