जैसा कि आप सभी जानते हैं कि ईमेल email क्या है, ईमेल email कैसे काम करता है, इसके बारे में आप लोग अच्छी तरह से जानते होंगे, ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिसे email के बारे में नहीं पता होगा, क्योंकि ईमेल का इस्तेमाल हम जैसे बहुत से लोग रोजाना अपने जिंदगी में करते हैं. बहुत से लोग ईमेल email का इस्तेमाल हर दिन अपने दोस्तों को फैमिली मेंबर को मैसेज भेजने के लिए भी करते हैं. Email का इस्तेमाल ऑफिस वर्क में ज्यादा होता है. कौन सी वेबसाइट में साइन अप signing up करने के लिए भी ईमेल आईडी का ज्यादा इस्तेमाल होता है। एक हिसाब से देखा जाए तो ईमेल Email एड्रेस हम सभी के लिए एक Virtual address एड्रेस होता है. और यह अभी के समय में कम्युनिकेशन करने के लिए एक अच्छा साधन है, professionally इस्तेमाल किया जाता है. कि आज हम आपको इस संबंध में कुछ जानकारियां दें जिससे आपके सारे डाउट क्लियर हो जाएंगे इसके तो चलिए इसके बारे में बताते हैं.
ईमेल क्या है
ई-मेल की फुल फॉर्म की बात की जाए तो ईमेल का फुल फॉर्म होता है इलेक्ट्रॉनिक मेल Electronic mail इसे e-mail, email या Electronic Mail भी कहते हैं.यह एक प्रकार का डिजिटल मैसेज होता है जिससे कि एक यूजर दूसरे यूजर के साथ communicate कर सकता है इस ईमेल में टैक्स फाइल इमेज या कोई भी अटैचमेंट की भेजी जा सकती है। जिससे कि नेटवर्क के माध्यम से किसी specific individual या group of individuals को मैसेज भेजा जा सकता है.
यह ईमेल को पैन और पेपर की जगह कीबोर्ड से टाइप किया जाता है. ईमेल के माध्यम से भेजा जाता है. ईमेल एड्रेस में एक कस्टम ustom username होता है बिगिनिंग beginning में उसके बाद ईमेल सर्विस प्रोवाइडर का डोमेन नेम जिसमें @ sign होता है जिससे कि दोनों को separate किया जाता है. उदाहरण के लिए [email protected]
ईमेल का इतिहास
ईमेल का आविष्कार दुनिया का सबसे पहला इमेल रे टॉमलिंसन Ray Tomlinson के द्वारा सन 1971 में किया था तो इस ईमेल को खुद को ही भेजा था एक टेस्ट की मेल के तौर पर इसमें उन्हें कुछ टैक्स लिखे थे जो कि “QWERTYUIOP“.जबकि, आपको ईमेल भेजने के बावजूद, वह ई-मेल संदेश ARPANET के माध्यम से transmitted किया गया था।
इसलिए इन्हें इस का जन्मदाता भी कहा जाता है 1996 में ई-मेल का ज्यादा इस्तेमाल किया जाने लगा तब इसके बाद से उसने पोस्टल मेल की जगह ले ली.
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ईमेल के बारे में बेसिक
1. Sending the email:
आपको बता दें कि जब आपका इमेज फिनिश हो जाए और आपने recipient का ईमेल एड्रेस email address लिख लिया हो तब अगर आप इसे सेंड करते हैं तो वह आपके द्वारा बताए गए recipient या recipients को email प्राप्त हो जाती है.
2. Email transport:
Email servers messages को transmit करते हैं. sender से recipient तक ,एसएमटीपी SMTP प्रोटोकोल का नाम है जिससे इस्तेमाल किया जाता है. मेल मैसेज सेंड करने के लिए पीओपी POP , IMAP servers की जरूरत होती है यह समझने के लिए कैसे डाउनलोड किया जाए मेल ईमेल लाइन में.
3. Fetching new mail:
आपको बता दें कि अगर आपके पास mailbox में एक नया mail आता है, तो आपको यह सिंपली उसके ऊपर tap करके उसे क्लिक करना होगा उसे ओपन करें से आप मैसेज को रीड कर सकते हैं आप साथ में थे अटैचमेंट फाइल को देख कर सकते हैं.
ईमेल भेजने का तरीका
E-mail Program: आपको बता दे कि अगर आपको ईमेल भेजना और पाना चाहते हैं तो मेल मैसेज को सेंड रिसीव करने के लिए आप एक ईमेल प्रोग्राम का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे एक ईमेल क्लाइंट भी कहा जाता है उदाहरण के लिए माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक और Mozilla Thunderbird है जब आप एक ईमेल क्लाइंट का इस्तेमाल करते हैं।
तब आपके पास एक सर्वर होना चाहिए जो कि स्टोर और डिलीवर करता है आपके मैसेज को जिन्हें कि आपके आईएसपी ISP के द्वारा प्रदान किया जाता है कुछ केस इसमें दूसरी कंपनियों के द्वारा या भेजा जाता है एक ईमेल क्लाइंट के सर्वर के साथ कनेक्ट होना ही पड़ता है इसके बिना वह किसी को मैसेज भेज नहीं सकता मीना कनेक्ट हुए.
E-mail Online: यह एक alternative है जो कि ईमेल को सेंड और रिसीव करने के लिए प्रयोग किया जाता है यह लोगों के द्वारा ऑनलाइन ईमेल सर्विस भी कहते हैं इसके outlook.com जीमेल और याहू mail.com जब तक ऑनलाइन इमेज सर्विस अक्सर फ्री होती हैं और इन्हें इस्तेमाल करने के लिए भी बस एक फ्री अकाउंट बनाना होता है.
ईमेल में क्या लिखा जाता है? इसमें इस्तमाल parameters क्या हैं?
जब एक ईमेल मैसेज लिखा जाता है तब उसके कुछ criteria होते हैं इसके साथ में ईमेल में बहुत से टेक्निकल terms भी होते हैं इसके विषय में जानना बहुत ही जरूरी होता है तो चलिए आपको उस पैरामीटर के बारे में बताते हैं।
सबसे पहले होता है To field यह वह जगह होती है जहां आपको एक व्यक्ति को ईमेल एड्रेस टाइप करना होता है जिससे आप मैसेज भेज रहे हैं.
दूसरा होता है From field जिसमें कि आपका ईमेल एड्रेस होना चाहिए,
तीसरा होता है अगर आपके किसी ईमेल को रिप्लाई भेज रहे हैं तो To और From fields automatically ही filled out हो जाते हैं. वहीं अगर एक नया मैसेज होता है तो आपको मैनुअली सब दीजिए भरनी पड़ती है.
चौथा नंबर का ऑप्शन होता है ,Subject सब्जेक्ट मैं आपको ईमेल के कंटेनर के बारे में लिखना होता है जो इमेज कंटेन को डिस्क्राइब करके बताता है यह सब्जेक्ट की है जो कि recipient को याद दिलाता है कि मैं इसके बारे में लिखा गया है.
CC (“Carbon Copy”) कार्बन कॉपी फील्ड जो भी यूजर को अलाव allows करती है, उन बेसिक लोगों को डायरेक्ट मेल नहीं भेजी थी लेकिन जब वह कोई मिल भेजता है तब वह कॉपी उन लोगों तक भेजीजाती है ये field भी optional होता है.
BCC (“blind carbon copy”) field, ये भी similar होता है CC के तरह ही,इसमें recipients secret रहते हैं.