क्या आपने कभी क्लाउड कंप्यूटिंग cloud computing के बारे में सुना है। क्लाउड कंप्यूटिंग cloud computing क्या है. क्लाउड कंप्यूटिंग cloud computing कैसे यूज़ की जाती है. इसके क्या फायदे हैं। आज हम आपको बताने वाले हैं तो चलिए आपको उसके बारे में विस्तार पूर्वक बताते हैं.
आज के समय में मोबाइल और कंप्यूटर इस्तेमाल करने वालों उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस वजह से आज कंपनियों के लिए यूजर का डाटा स्टोर data store करना और उस डेटा की सिक्योरिटी सबसे पहले प्राथमिकता है. और साथ ही साथ उनके लिए बड़ा टास्क task ही बन गया है। क्लाउड कंप्यूटिंग cloud computing टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से कंपनी के लिए यह टास्क बहुत आसान हो गया है। मोबाइल एप्स और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर mobile apps and computer software का इस्तेमाल करके इस डाटा को कहीं से भी एक्सेस कर सकता है इसे ही क्लाउड कंप्यूटिंग कहते हैं.
What is Cloud Computing
आपको बता दें कि क्लाउड कंप्यूटिंग Internet based Computing Technology है, जहां पर सभी प्रकार के कंप्यूटर रिसोर्स computer resources जो किसी ऑर्गेनाइजेशन organization को चलाने और उसे अपडेट रखने के लिए आवश्यक है, इन सभी कंप्यूटर रिसोर्स computer resources को एक ही सिंगल वेब इंटरफेस single web interface से ही On-demand इस्तेमाल किया जाता है। किसी कंपनी में Compute Resources का मतलब है, कंपनी द्वारा उपयोग किए जाने वाले Computers, Database, Applications और Software’s इत्यादि होते है! आज के समय में बहुत सारी कंपनियां कर रही हैं। जिसमे मुख्यतः Amazon, Microsoft, Google Cloud तथा Alibaba Cloud प्रसिद्ध हैं!
आपको बता दें कि इन सभी ने अपने Datacenters दुनिया के अलग-अलग जगह पर बनाए हुए हैं। और जब भी किसी इंडिविजुअल या कंपनी individual or company को किसी प्रकार की क्लाउड कंप्यूटिंग और सर्विस इसकी जरूरत होती है. वह इनसे खरीद सकता है Datacenters वाले उन्हें यह सर्विस प्रोवाइड करने के लिए बिल तैयार करके देते हैं जो उपभोक्ता को पे करने होते हैं.
An example of cloud computing
एक कंपनी है जिसको आपने आईटी इन्फ्राट्रक्चर IT infrastructure के लिए डाटा सेंटर data cente की जरूरत है। उसे डाटा सेंटर data cente में कंपनी को सरवर खरीद कर लगाने होंगे। उन सरवर को चलाने के लिए Light, Cooling के लिए AC जो 24 घंटे चल सके, और मेंटेनेंस सिक्योरिटी के लिए गार्ड इत्यादि की व्यवस्था करनी होगी। डाटा सेंटर का डीआर बैकअप DR (Disaster Recovery) Backup भी तो होना जरूरी है। इन सब में बहुत पैसे और टाइम इन्वेस्ट हो जाता है।
इस स्थिति में यदि कंपनी क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस cloud computing service का उपयोग करती है ,तो कंपनी को अपना खुद का कोई कंप्यूटिंग computing infrastructure डाटा सेंटर नहीं बनाना होगा , न ही आपको सर्वर जैसे किसी भी प्रकार के कंप्यूटर संसाधन खरीदने हैं। इसके विपरीत, कंपनी को अपनी आवश्यकता के अनुसार अधिक से अधिक कंप्यूट संसाधनों की आवश्यकता होती है!क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस प्रोवाइडर कंपनी अपने से Compute Resources लेती हैं और कंपनी को उसके बिल के अनुसार उसे पे करने होते हैं।
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Types of cloud computing
Private Cloud
Public Cloud
Hybrid Cloud
1. Private Cloud
प्राइवेट क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम में कंप्यूटर रिसोर्सेज Compute Resources केवल एक Organization के Internal Users द्वारा उपयोग में लाई जाती है। इसी वक्त खुद चला सकता और उसे कंट्रोल कर सकता है.
2. Public Cloud
पब्लिक क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम में Compute Resources सभी के लिए उपलब्ध होते हैं। इस प्रकार के क्लाउड सर्विस को Internet पर कोई भी या किसी भी Organization के लिए इस्तेमाल कर सकता हैं! जैसे Amazon, Microsoft, IBM और Google Cloud Platform प्रमुख हैं!
3. Hybrid Cloud
आपको बता दें कि हाइब्रिड क्लाउड Hybrid Cloud प्राइवेट और पब्लिक क्लाउड का कंबीनेशन होता है। बहुत सारी कंपनियां पब्लिक क्लाउड का उपयोग अपने Database के लिए करती हैं! लेकिन साथ ही साथ अपने Sensitive Applications को Store करने के लिए प्राइवेट क्लाउड का इस्तेमाल करती है। इस तरह के क्लाउड इन्फ्राट्रक्चर Infrastructure हाइब्रिड क्लाउड कहते हैं.
Cloud computing service model
IaaS (Infrastructure as a Service)
PaaS (Platform as a Service)
SaaS (Software as a Service)
1. Iaas (Infra as a Service)
Iaas का पूरा फुल फॉर्म Infrastructure As a Service होता हैं जैसे की इसके फुल फॉर्म से ही आपको पता हो जाता है, कि क्लाउड इंस्पेक्टर को सर्विस के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, इस सर्विस मॉडल के तहत उपभोक्ता को अपने Cloud Infrastructure की पूरी जानकारी होती है और उसको Cloud Infra में इस्तेमाल होने वाले सभी कंप्यूटर रिसोर्सेज कॉन्फ़िगरेशन Computer Resources Configuration को वह Infra level पर Manage सकता हैं!
2. Paas (Platform as a Service)
क्लाउड कंप्यूटिंग के इस सर्विस मॉडल को Platform-Based Services को मैनेज करने के लिए उपयोग किया जाता है। Platform as a service model में क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर Cloud Service Provider कस्टमर को एक Platform Provide करता है. जहां पर कस्टमर एप्लीकेशन बना सकता है। और इस एप्लीकेशन को चला सकता है. और साथ ही साथ कस्टमर डिवेलप developed किए गए एप्लीकेशन application को एप्लीकेशन application लेवल पर मैनेज भी कर सकता है.
3. SaaS (Software as a Service)
SaaS का फुल फॉर्म Software As a Service होता है। Cloud Computing की सर्विस मॉडल में Cloud Service Provider द्वारा अपने इंफ्रास्ट्रक्चर में Application host करता है। और कस्टमर को केवल उस एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर का उपयोग करने की अनुमति देता है। Software as a Service Model को सॉफ्टवेयर डिसटीब्यूशन मॉडल Software Distribution Model भी कहा जाता है. SaaS का सबसे अच्छा उदाहरण है। Gmail हैं जिसे सर्विस के लिए प्रयोग करते हैं हम केवल जीमेल की सर्विस यूज़ करते हैं। गूगल जीमेल के लिए कौन सा सरवर इस्तेमाल कर रहा है उत्तर में कौन सी Mailing Technology इस्तेमाल हो रही हैं. उससे हमें कोई मतलब नहीं है.
Benefits of Cloud Computing
आज क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली टेक्नोलॉजी है। इसकी वजह से आईटी इंडस्ट्री में बहुत परिवर्तन आ गया है। इस टेक्नोलॉजी में होने वाले फायदे की बहुत बड़ी लिस्ट है जो हर एक उपयोगकर्ता के अनुसार अलग-अलग हो सकती है.
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